तो आज से ठीक 7 साल पहले 8 नवंबर 2016 यह वह तारीख थी जब पूरा देश हिल गया था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान कर दिया था कि 1000 और 500 के नोट बंद हो ंगे इस घोषणा के बाद लोगों में मानव तहलका समझ गया था बैंकों के बाहर भीड़ लगने लगी और सरकार ने इस नोट बंदी के के पीछे कुछ कारण बताएं कि काले धन को खत्म करना दूसरा देश को कहते लेस बनाना नकली नोटों को खत्म काले धन को खत्म करना दूसरा देश को कहते लेस बनाना नकली नोटों को खत्म करना बड़े नोटों को कम करना था कि काला धन जमा ना हो सके आतंकियों और नक्सलियों की कमर तोड़ना कुछ कारण बताते हुए पीएम मोदी ने नोटबंदी की थी बाइक 200 नोट बंद ी के बाद से हमारे देश की सुप्रीम कोर्ट में यानी सर्वोच्च न्यायालय में याचिकाएं लगाएगी कि आखिर लाइट नोटबंदी के बाद हमारे देश की सुप्रीम कोर्ट में यानी सर्वोच्च न्यायालय में याचिकाएं लगाएगी कि आखिर सरकार ने नोटबंदी क्योंकि यह फैसला सही नहीं है सुनवाई भी हो रही थी
2022 में भी पिछले साल कहां पर सुनवाई हुई ले किन आखिरकार फाइनली आज 2023 में पहली बार नोट बंदी पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हमें यह बड़ा पैसा देखने को मिला और उन सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की बेंच ने यह फैसला सुनाया जिनमें से चार जज सरकार के नोट बंदी के फैसले से सहमत रहे और एक जज ने ऐसा भी जताई जाते के बहुमत से बंदी पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हमें यह बड़ा पैसा देखने को मिला और उन सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की बेंच ने यह फैसला सुनाया जिनमें से चार जज सरकार के नोटबंदी के फैसले से सहमत रहे और एक जज ने ऐसा भी जताई जाते के बहुमत से फाइनली सुप्रीम कोर्ट ने भी नोटबंदी को सही ठहरा दिया यह बोली केंद्र सरकार ने आज की नरेंद्र मोदी सरकार ने जो ताकत का इस्तेमाल किया जिस से नोटबंदी को लागू किया वह कानूनन सही नहीं है लेकिन इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों का कहना है
कि नोटबंदी पर जो सरकार ने फैसला लिया वह सही है आखिरकार उन सभी 58 याचिकाओं को आज सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया और केंद्र सरकार के नोट बंदी के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने सही ठहराया है सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की बेंच में से यानी कि नरेंद्र मोदी सरकार ने जो ताकत का इस्तेमाल किया जिससे नोटबंदी को लागू किया वह कानूनन सही नहीं है लेकिन इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों का कहना है कि नोटबंदी पर जो सरकार ने फैसला लिया वह सही है आखिरकार उन सभी 58 याचिकाओं को आज सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया और केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने सही ठहराया है सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की बेंच में से 4 जजों का यह कहना है कि 500 और 1000 के नॉट को बंद करने की प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है
और भैंस ने यह भी कहा है कि देश के इस बड़े आर्थिक फैसले को पलट आन नहीं जा सकता सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस वीआर गवाही का यह कहना है कि नोटबंदी पर फैसला लेने के प्रोसेस पर सवाल नहीं उठाए जा यह भी कहा है कि देश के इस बड़े आर्थिक फैसले को पलट आन नहीं जा सकता सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवाही का यह कहना है कि नोटबंदी पर फैसला लेने के प्रोसेस पर सवाल नहीं उठाए जा सकते हैं क्योंकि यह सरकार और आरबीआई यानी कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आपसी बातचीत के बाद फैसला लिया गया था नोट बंद हुआ या नहीं इसका नोटबंदी की प्रोसेस से कोई संबंध नहीं है लेकिन 8 नवंबर 2016 को जो केंद्र सरकार ने नोट बंदी का फैसला लिया था वह कानून ठीक है
और इस तरह से नोटबंदी के 6 साल बाद सुप्रीम को र्ट की तरफ से फाइनली नोट बंदी को लेकर जितनी भी पेंडिंग याचिकाएं थी उन सभी पर अब रोक लगा दी है और केंद्र सरकार के बंदी का फैसला लिया था वह कानून ठीक है और इस तरह से नोटबंदी के 6 साल बाद सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फाइनली नोट बंदी को लेकर जितनी भी पेंडिंग याचिकाएं थी उन सभी पर अब रोक लगा दी है और केंद्र सरकार के फैसले को सही ठहराया आपको क्या लगता है कि क्या केंद्र सरकार द्वारा नोट बंदी का फैसला लिया गया सही था क्या नोटबंदी को करने के पीछे जो सरकार ने लक्ष्य रखा वह पूरा हो पाया बंदी का फैसला लिया गया सही था क्या नोटबंदी को करने के पीछे जो सरकार ने लक्ष्य रखा वह पूरा हो पाया या नहीं यस अथवा नो आपकी क्या राय मुझे नीचे कमेंट करके जरूर बताइएगा यहां पर मैं या नहीं यस अथवा नो आपकी क्या राय